अगर आपको लिव हिस्ट्री इंडिया का काम पसंद आता है, तो अपने सहयोग से हमें प्रोत्साहित करें। कोई भी योगदान छोटा नहीं होता और इसमें आपका ज़्यादा समय भी नहीं लगेगा। आपके योगदान के लिए धन्यवाद।
पानीपत का तीसरा युद्ध जो सन १७६१ में मराठो और अफ़ग़ान शासक अहमद शाह अब्दाली की फौजो के बीच लड़ा गया आज भारत, पाक्सितान और अफ़ग़ानिस्तान मे काफी चर्चा का विषय बन गया है|
महरोली के भीड़ भरे इलाक़े के बीचों-बीच है ज़फ़र महल जिससे आख़िरी मुग़ल बादशाह बहादुरशाह ज़फ़र की दर्द भरी कहानी जुड़ी है। इस पूरी कहानी को जानने के लिये देखिए किस्से कहानियाँ का ये एपिसोड।
अरब महासागर के किनारे खड़ा है शक्तिशाली और शानदार कोलाबा क़िला। व्यापारियों और नौसेना के बेड़ों का केंद्र रहा यह बंदरगाह महान मराठा सरखेल कान्होजी आंग्रे का मुख्यालय हुआ करता था।
Join our mailing list to receive the latest news and updates from our team.