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गुजरात की माता नी पछेड़ी कला सिर्फ अपनी उत्कृष्टता ही नहीं, बल्कि आस्था का एक प्रतीक होने के लिए भी जानी जाती है। सालों से लोग इसे चलते-फिरते पूजा स्थलों की तरह पूजते रहे हैं। जानिये इस कला की रोचक कहानी और कैसे आज ये पुनरुद्धार के रास्ते पर है..
उस्मानाबाद ज़िले का नलदुर्ग क़िला देश के बेहतरीन क़िलों में से एक है जिसे सैन्य और इंजीनियरिंग मानकों के आधार पर ये दर्जा हासिल है।
67 सालों तक पुणे का शनिवार वाड़ा मराठा सामराज्य का ही नहीं बलकी पूरे भारत के राजनीती का केंद्र था। पर आज उसके बस कुछ अवशेष ही बचे हैं। जानिए क्या है शनिवार वाड़ा की कहानी...
भारत के सबसे प्रसिद्ध बौद्ध स्थलों में से एक है - साँची, जो हमारे देश के धर्मनिरपेक्षता की एक महत्वपूर्ण निशानी है। लेकिन यह 800 साल तक गायब क्यों रहा।
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