अगर आपको लिव हिस्ट्री इंडिया का काम पसंद आता है, तो अपने सहयोग से हमें प्रोत्साहित करें। कोई भी योगदान छोटा नहीं होता और इसमें आपका ज़्यादा समय भी नहीं लगेगा। आपके योगदान के लिए धन्यवाद।
गुजरात की माता नी पछेड़ी कला सिर्फ अपनी उत्कृष्टता ही नहीं, बल्कि आस्था का एक प्रतीक होने के लिए भी जानी जाती है। सालों से लोग इसे चलते-फिरते पूजा स्थलों की तरह पूजते रहे हैं। जानिये इस कला की रोचक कहानी और कैसे आज ये पुनरुद्धार के रास्ते पर है..
प्राचीन भारत में शिक्षा और ज्ञान के कई केंद्र थे, मगर आज के बिहार क्षेत्र में दो ऐसे महाविहार या विश्वविद्यालय के अवशेष मौजूद हैं जो एक समय पूरे विश्व में अपनी उत्कृष्टता के लिए प्रसिद्ध थे । हम आपको बताने जा रहे हैं नालंदा और विक्रमशिला के इतहास के बारे में
पानीपत का तीसरा युद्ध जो सन १७६१ में मराठो और अफ़ग़ान शासक अहमद शाह अब्दाली की फौजो के बीच लड़ा गया आज भारत, पाक्सितान और अफ़ग़ानिस्तान मे काफी चर्चा का विषय बन गया है|
विंध्याचल पर्वतमाला, जिन्हें उत्तरी और दक्षिणी भारत के बीच पारंपरिक भौगोलिक सीमा माना जाता है, के विभिन्न पहलुओं को समझने के लिए हम भूविज्ञानी संतोष कुमार पांडे से बात करते हैं...
Join our mailing list to receive the latest news and updates from our team.