अगर आपको लिव हिस्ट्री इंडिया का काम पसंद आता है, तो अपने सहयोग से हमें प्रोत्साहित करें। कोई भी योगदान छोटा नहीं होता और इसमें आपका ज़्यादा समय भी नहीं लगेगा। आपके योगदान के लिए धन्यवाद।
महारानी ताराबाई, छत्रपति शिवाजी महाराज की छोटी बहू, भारत की सबसे वीर महिलाओं में से एक थी जिन्होंने 7 साल तक, बादशाह औरंगजेब के साथ जंग की। पर आज भारत उनकी कहानी को भूल चुका है।
ताजमहल को देखने वाला हर इंसान उसके खूबसूरत सफ़ेद संगमरमर से अचंभित होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि यह मार्बल एक वैश्विक धरोहर है? प्रोफेसर गुरमीत कौर हमें भारत के इतिहास के कुछ महत्वपूर्ण पत्थरों के बारे में बताती हैं
ख़ुदा बख़्श पब्लिक ओरिएंटल लाइब्रेरी भारत की सांस्कृतिक विरासत के सबसे बेशक़ीमती ख़ज़ानों में से एक है। पटना शहर में स्थित इस लाइब्रेरी में 21 हज़ार से ज़्यादा बेशक़ीमती पांडुलिपियां और ढ़ाई लाख किताबें हैं। यहां ऱखी हुई किताबें, ख़ान बहादुर ख़ुदा बख़्श का निजी ख़ज़ाना था जो पटना में एक वकील थे। सन 1969 में भारत सरकार ने इसे राष्ट्रीय महत्व का केंद्र घोषित कर दिया। लाइब्रेरी की निदेशक डॉ शाइस्ता बेदार ने संस्थान और इसके संग्रह के बारे में अपना नज़रिया हमारे सामने रखा...
मुंबई के आधुनिक शहर के भीतर चिप्पी है मिट्टी के किले बनाने की परंपरा जो बच्चे छत्रपति शिवजी महाराज के प्रति प्रेम और सम्मान दर्शाने के लिए दीवाली के मौक़े पर बनाते हैं।
Join our mailing list to receive the latest news and updates from our team.