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1857 में अमृतसर के पास अजनाला में 220 से अधिक सैनिकों के भीषण नरसंहार की सच्चाई का पता लगाने में इतिहासकार सुरेंद्र कोछड़ को करीब 2 दशकों का समय लगा। यहां जो कुछ हुआ, जानिये उसकी चौंकाने वाली ये कहानी
बर्धमान पश्चिमी बंगाल राज्य के मध्य में बसा वह शहर है जहां मुग़लों से लेकर ब्रिटिश युग तक एक ताक़तवर ज़मींदारी हुआ करती थी जो लाहौर के पंजाबी खतरी थे।
प्राचीन भारत में शिक्षा और ज्ञान के कई केंद्र थे, मगर आज के बिहार क्षेत्र में दो ऐसे महाविहार या विश्वविद्यालय के अवशेष मौजूद हैं जो एक समय पूरे विश्व में अपनी उत्कृष्टता के लिए प्रसिद्ध थे । हम आपको बताने जा रहे हैं नालंदा और विक्रमशिला के इतहास के बारे में
क्या आप जानते है कि दो हज़ार साल पहले, सोपारा में एक प्रसिद्ध स्तूप हुआ करता था जिसकी वजह से ही सोपारा आस्था और व्यापार का बड़ा केंद्र बना? इस एपिसोड में देखिए सोपारा स्तूप की कहानी|
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