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महाराष्ट्र में ज़्यादातर क़िले या तो पहाड़ियों और पर्वतों पर स्थित हैं, या समंदर के किनारे।ऐसा ही एक क़िला है परांडा क़िला जो उस्मानाबाद ज़िले के परांडा तालुका में स्थित है।
मेघालय में लगभग 1700 गुफाएं हैं, जो पृथ्वी के इतिहास के कई रहस्यों को समेटे हुए हैं। ये सभी गुफाएं भूवैज्ञानिकों के लिए बेहद ख़ास हैं। इन हजारों साल पुरानी गुफाओं के निर्माण और महत्व को समझने के लिए हमने प्रोफेसर देवेश सिन्हा से बात की।
67 सालों तक पुणे का शनिवार वाड़ा मराठा सामराज्य का ही नहीं बलकी पूरे भारत के राजनीती का केंद्र था। पर आज उसके बस कुछ अवशेष ही बचे हैं। जानिए क्या है शनिवार वाड़ा की कहानी...
समुद्री किनारे पर बसा चौल शहर जो कभी समुद्री-यात्रियों की गतिविधियों की वजह से बहुत अहम बंदरगाह माना जाता था, आज खंडहर में तबदील हो चुका है। इस स्पेशल रिपोर्ट में जानिए चौल की कहानी।
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