अगर आपको लिव हिस्ट्री इंडिया का काम पसंद आता है, तो अपने सहयोग से हमें प्रोत्साहित करें। कोई भी योगदान छोटा नहीं होता और इसमें आपका ज़्यादा समय भी नहीं लगेगा। आपके योगदान के लिए धन्यवाद।
14वीं शताब्दी में मदरसा-ए-फ़िरोज़ शाही एक महत्वपूर्ण शिक्षा केंद्र के रूप में उभरा और इसी कारण दिल्ली को इस्लामी शिक्षा का गढ़ माना जाने लगा था। फ़िरोज़ शाह तुग़लक़ ने इसका निर्माण करवाया था
22 रॉक कट गुफाओं का समूह है भाजा की गुफाएं। बौद्ध वास्तुकला का शानदार नमूना, कैसे बनी ये गुफाएं शिक्षा का केंद्र ? क्यों है ख़ास? जानने के लिए देखिए...
कर्नाटक के बिदर में एक सुन्दर ईमारत है जो ईरान के एक सूफी संत, हज़रत-ख़लील-उल्लाह का मज़ार है। मगर दक्षिण भारत के इस हिस्से में मौजूद ये मज़ार क्यों ख़ास है? जानिये चौखंडी की कहानी जो आज भी बीते समय में बिदर के साथ सूफ़ियों के सम्बन्ध और बहमनी सुल्तानों की धरोहर की एक महत्वपूर्ण निशानी है।
क्या आप जानते हैं, कि मध्यकालीन इतिहास के अंशों से भरपूर दक्षिणी दिल्ली में मौर्य साम्राज्य की भी एक विशेष छाप आज मौजूद है? जानते हैं, यहाँ मौजूद सम्राटअशोक के अभिलेखों के बारे में
Join our mailing list to receive the latest news and updates from our team.