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१७वीं और १९वीं शताब्दी में चिनसुराह बंगाल में डच लोगों का एक समृद्ध व्यापारिक केंद्र था । ये डच ही नहीं बल्कि अंग्रेज़ों, अर्मेनिया के नागरिकों, बंगालियों का भी घर होता था।
एक ऐसा भी समय था जब कासिम बाज़ार मे दुनिया भर के व्यापारी व्याप्पर करने आया करते थे। किस्से, कहानियाँ के इस एपिसोड में, जानिए इस कासिम बाजार का इतिहास।
अपने कोचिंग इंस्टिट्यूट के लिए मशहूर कोटा का एक ऐतिहासिक पहलू है, जिसकी झलक हमें कोटा गढ़ में भी दिखाई पड़ती है। ये क़िला अपने चित्रों और बेशकीमती मूर्तियों के लिए मशहूर है I ले चलते हैं आपको इसकी यात्रा पर
उदयगिरी की गुफाओं के पास स्थित गरुढ़ स्तंभ का निर्माण एक यूनानी ने करवाया था। जिसे स्थानीय लोग खम्बा बाबा भी कहते हैं। क्या है , जानिये इस एपिसोड में।
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