अगर आपको लिव हिस्ट्री इंडिया का काम पसंद आता है, तो अपने सहयोग से हमें प्रोत्साहित करें। कोई भी योगदान छोटा नहीं होता और इसमें आपका ज़्यादा समय भी नहीं लगेगा। आपके योगदान के लिए धन्यवाद।
देवी अहिल्याबाई होलकर विभिन्न प्रांतों में मानवता के प्रति कार्य करने के लिए प्रसिद्ध हैं। इनके साथ होलकर राजपरिवार के कई सदस्यों ने भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। जानिए राजपरिवार की कहानी
आज मध्य प्रदेश के अशोकनगर ज़िले में स्तित चंदेरी क़स्बा, अपनी खूबसूरत साड़ियों के लिए प्रसिद्ध है। सोने और चांदी के जारी से सजी चंदेरी साड़िया यहाँ से दुनिया भर एक्सपोर्ट होती है। पर बहुत कम लोग जानते है, की चंदेरी में कुछ ऐसे शानदार स्मारक है जो पर्यटकों के होश उदा देते है। ये गवाह है उस ज़माने के जब चंदेरी भारत के सबसे महत्वपूर्ण शहरो में से एक हुआ करता था। इस स्पेशल रिपोर्ट में जानिए चंदेरी की कहानी।
देवी अहिल्याबाई होलकर को भारत के सबसे कुशल शासिकाओं में माना जाता हैं I सन 1767 से लेकर सन 1795 तक, अपने अट्ठाईस वर्ष के शासन काल के दौरान इन्होने वाराणसी से लेकर रामेश्वरम तक और सोमनाथ से लेकर उत्तरकाशी तक सैंकड़ों मंदिरों, घाटों और धर्मशालाओं का निर्माण करवायाI समाज सुधार में अपनी एक महत्वपूर्ण छाप बनाने वाली अहिल्याबाई होलकर ने अपने शासनकाल में कई कठिनाईयों का सामना भी किया I जानिये इस महान रानी की ये प्रेरणादायक कहानी...
भारत की सबसे बड़ी खोजों में से एक को 100 साल हो गए हैं। लेकिन हम वास्तव में हड़प्पा सभ्यता के बारे में कितना जानते हैं? आइए कुछ प्रमुख हड़प्पा स्थलों की यात्रा करते हैं
Join our mailing list to receive the latest news and updates from our team.