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कोच्चि का मट्टानचेरी पैलेस, जिसे डच पैलेस के नाम से भी जाना जाता है, पुर्तगालियों ने बनवाया, उसके बाद डच ने इस पर फ़िर से काम कर के इसे और भव्य बनाया। ये कोच्चि रियासत का शाही निवास स्थान भी रहा।
१७वीं और १९वीं शताब्दी में चिनसुराह बंगाल में डच लोगों का एक समृद्ध व्यापारिक केंद्र था । ये डच ही नहीं बल्कि अंग्रेज़ों, अर्मेनिया के नागरिकों, बंगालियों का भी घर होता था।
दिल्ली के चांदनी चौक की चकाचौंध से हर कोई वाक़िफ़ है, मगर इसका दूसरा पहलू भी है, जहाँआरा बेगम, जिन्होंने इस मशहूर गली की रूपरेखा तैयार की। जानिए, चांदनी चौक की रचना में उनके योगदान के बारे में
अपने गोल्ड माइंस के लिए प्रसिद्द कोलार शहर कर्नाटक का सबसे प्राचीन नगर है। यही स्थित है कोलार की देवी कोलारम्मा का मंदिर। जानिए यहाँ के इतिहास से जुड़ीं कुछ रोचक बातें...
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