अगर आपको लिव हिस्ट्री इंडिया का काम पसंद आता है, तो अपने सहयोग से हमें प्रोत्साहित करें। कोई भी योगदान छोटा नहीं होता और इसमें आपका ज़्यादा समय भी नहीं लगेगा। आपके योगदान के लिए धन्यवाद।
महाराणा उदय सिंह ने 1553 में उदयपुर शहर की स्थापना मेवाड़ की नयी राजधानी के रूप में की थी और तभी से ये शहर मेवाड़ की शान और धरोहर का एक प्रतीक है। आइये जानते हैं उदयपुर के इतिहास की कहानी...
समुद्री किनारे पर बसा चौल शहर जो कभी समुद्री-यात्रियों की गतिविधियों की वजह से बहुत अहम बंदरगाह माना जाता था, आज खंडहर में तबदील हो चुका है। इस स्पेशल रिपोर्ट में जानिए चौल की कहानी।
उदयगिरि की पहाड़ियों की खुदाई से निकली गुफाओं में आपको प्राचीनतम कलाकृतियां मिलेंगी। यहां हिन्दू देवताओं के अस्तित्व के प्रारंभिक आस्था के सबूत दिखाई पड़ते हैं।
देवी अहिल्याबाई होलकर विभिन्न प्रांतों में मानवता के प्रति कार्य करने के लिए प्रसिद्ध हैं। इनके साथ होलकर राजपरिवार के कई सदस्यों ने भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। जानिए राजपरिवार की कहानी
Join our mailing list to receive the latest news and updates from our team.