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कोलकाता के पश्चिम बंगाल की राजधानी बनाने से पहले मौजूदा समय का नबद्वीप सभी गतिविधियों के लिए अहम था | अतीत ने इस शहर को कैसे आकार दिया, यह जानने के लिए हम नबद्वीप क्षेत्र की यात्रा पर निकल पड़े
झांसी शहर आज वीरता और स्वतंत्रता का एक प्रतीक बन गया है। पर बहुत कम लोग झांसी शहर का इतिहास जानते हैं। और यहां के नेवलकर राजपरिवार की कहानी दुनिया को बताना भी बहुत आवश्यक है।
भारत और हिंदी भाषा दोनों से उर्दू भाषा का गहरा रिश्ता है। चाहे उर्दू नफ़रत और राजनीतिक विवादों से घिरी रही है, पर इसमें हमारे देश की साझा सांस्कृतिक और सामाजी विरासत का ख़ज़ाना छिपा हुआ है। वरिष्ठ पत्रकार परवेज़ अहमद के साथ जानिये उर्दू की कहानी...
देवी अहिल्याबाई होलकर को भारत के सबसे कुशल शासिकाओं में माना जाता हैं I सन 1767 से लेकर सन 1795 तक, अपने अट्ठाईस वर्ष के शासन काल के दौरान इन्होने वाराणसी से लेकर रामेश्वरम तक और सोमनाथ से लेकर उत्तरकाशी तक सैंकड़ों मंदिरों, घाटों और धर्मशालाओं का निर्माण करवायाI समाज सुधार में अपनी एक महत्वपूर्ण छाप बनाने वाली अहिल्याबाई होलकर ने अपने शासनकाल में कई कठिनाईयों का सामना भी किया I जानिये इस महान रानी की ये प्रेरणादायक कहानी...
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