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गुजरात की माता नी पछेड़ी कला सिर्फ अपनी उत्कृष्टता ही नहीं, बल्कि आस्था का एक प्रतीक होने के लिए भी जानी जाती है। सालों से लोग इसे चलते-फिरते पूजा स्थलों की तरह पूजते रहे हैं। जानिये इस कला की रोचक कहानी और कैसे आज ये पुनरुद्धार के रास्ते पर है..
भारत में कई तरह के खनिज या मिनरल्स पाए जाते हैं जो भूवैज्ञानिकों को पृथ्वी के इतिहास में जलवायु, जीवन और इसकी सतह पर होने वाली प्रमुख घटनाओं को समझने में मदद करते हैं। डॉ पुष्पेंद्र राणावत हमें भारत की लाखों साल पुरानी खनिज संपदा के बारे में बताते हैं
देवी अहिल्याबाई होलकर को भारत के सबसे कुशल शासिकाओं में माना जाता हैं I सन 1767 से लेकर सन 1795 तक, अपने अट्ठाईस वर्ष के शासन काल के दौरान इन्होने वाराणसी से लेकर रामेश्वरम तक और सोमनाथ से लेकर उत्तरकाशी तक सैंकड़ों मंदिरों, घाटों और धर्मशालाओं का निर्माण करवायाI समाज सुधार में अपनी एक महत्वपूर्ण छाप बनाने वाली अहिल्याबाई होलकर ने अपने शासनकाल में कई कठिनाईयों का सामना भी किया I जानिये इस महान रानी की ये प्रेरणादायक कहानी...
भारत में ४३० से भी अधिक आदिवासी समुदाय हैं जिनकी अलग पहचान, संस्कृति और परम्पराएं हैं। हम आपको लें चलते हैं एक ऐसे संग्रहालय में जो आदिवासियों के जीवन को सहेजने में जुटा है
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