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१७वीं और १९वीं शताब्दी में चिनसुराह बंगाल में डच लोगों का एक समृद्ध व्यापारिक केंद्र था । ये डच ही नहीं बल्कि अंग्रेज़ों, अर्मेनिया के नागरिकों, बंगालियों का भी घर होता था।
16वी शताब्दी से लेकर आज तक, उदयपुर का सिटी पैलेस हमें मेवाड़ की शान की कहानियां सुनाता रहा है। क्या आप जानते हैं कि आज जो आलीशान महल हम देखते हैं, इसे बनने में करीब 400 साल लगे थे?
गिरनार पर्वत के चरणों में मौजूद गुजरात का जूनागढ़ शहर पूरी तरह इतिहास में डूबा हुआ है। और उस इतिहास की बेहतरीन नुमाइंदगी करता है, शहर का सबसे पुराना हिस्सा यानी ऊपरकोट क़िला। आईए जानते हैं इसकी कहानी
बहमनी राजशाही ख़त्म होने के बाद, अहमद शाह निज़ाम ने, सन 1490 में, निज़ाम शाही की दक्कनी हुकुमत क़ायम की थी । दिलचस्प कहनियों के साथ हम आपको ले चलतें हैं अहमदनगर के सफर पर
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