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क्या आप जानते हैं, कि बेंगलुरु के बसवनगुड़ी मंदिर में स्थापित नंदी मूर्ती, दुनिया कि सबसे विशाल नंदी मूर्तियों में से एक है? ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण कैम्पे गौड़ा ने करवाया था।
अपने कोचिंग इंस्टिट्यूट के लिए मशहूर कोटा का एक ऐतिहासिक पहलू है, जिसकी झलक हमें कोटा गढ़ में भी दिखाई पड़ती है। ये क़िला अपने चित्रों और बेशकीमती मूर्तियों के लिए मशहूर है I ले चलते हैं आपको इसकी यात्रा पर
मध्य प्रदेश में ग्वालियर का क़िला एक लोकप्रिय स्थान है। लेकिन इसी क़िले के परिसर में वास्तुकला का एक अजूबा भी है। ये हैं चट्टानों को तराश कर बनाईं गईं जैन तीर्थंकरों की मूर्तियां हैं जिन्हें गोपाचल पर्वत जैन स्मारक कहा जाता है। इनका शुमार चट्टानों को तराशकर बनाईं गईं अनोखी मूर्तियों में किया जाता है।
नालासोपारा 2000 साल पहले पश्चिमी भारत के सबसे महत्वपूर्ण बंदरगाहों में से एक था। यहाँ के चक्रेश्वर महादेव मंदिर के बाहर, भगवान ब्रह्मा की 6 फ़ुट ऊंची आश्चर्य-जनक प्रतिमा, खड़ी हुई मुद्रा में मौजूद है
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