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दो हज़ार साल पुरानी नगरी उज्जैन, प्राचीनकाल में मुख्य व्यावसायिक मार्ग पर स्थित था। एक ऐसा शहर जिसका बिता कल एक सुनेहरा इतिहास लिए है। जानें कैसे ये शहर हर काल में विभिन्न राजाओं के लिए ज़रूरी रहा
मध्य प्रदेश का एरण गाँव अपने समय में एक समृद्ध गाँव हुआ करता था। इसकी सबसे बड़ी विशेषता है वराह की मूर्ति, जो भगवान् विष्णु के वराह अवतार का प्रतिनिधित्व करती है पर इसकी ख़ास बात है इस पर लिखे शिलालेख। जानिये इसके बारे में इस वीडियो में
इनसे सम्बंधित कई किस्से कहानियां सबने सुने होंगे, लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि राजा भोज ने 11वीं शताब्दी में मालवा पर शासन किया था। यह भी सच है कि भोपाल शहर का नाम राजा भोज के नाम पर पड़ा है
क्या आप जानते हैं, कि भारत के मशहूर संगीतज्ञों में शुमार तानसेन को उनके गुरु मुहम्मद घौस के मकबरे के करीब सादगी से दफ़न किया गया है, जिसको भारत के सबसे दर्शनीय मकबरे में गिना जाता है? ले चलते हैं आपको इनके सफ़र पर..
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