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16वी शताब्दी से लेकर आज तक, उदयपुर का सिटी पैलेस हमें मेवाड़ की शान की कहानियां सुनाता रहा है। क्या आप जानते हैं कि आज जो आलीशान महल हम देखते हैं, इसे बनने में करीब 400 साल लगे थे?
वाराणसी शहर उतना ही पुराना है जितना पुराना समय है। गंगा नदी के किनारे पर बसा वाराणसी शहर सदियों पुरानी सभ्यताओं का गवाह रहा है। जानिये वाराणसी के प्रसिद्द घाटों की कहानी
वह इतने प्रसिद्ध सूफी संत थे कि एक पूरा गेट -टर्कमैन गेट, शाहजहाँ की राजधानी शाहजहानाबाद में उनके नाम पर रखा गया था
उदयगिरी की गुफाओं के पास स्थित गरुढ़ स्तंभ का निर्माण एक यूनानी ने करवाया था। जिसे स्थानीय लोग खम्बा बाबा भी कहते हैं। क्या है , जानिये इस एपिसोड में।
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