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1947 तक भारत में कई ऐसी छोटी-छोटी रियासतें थीं, जिन्हें अंग्रेज़ों ने खत्म कर दिया था। ऐसी ही एक रियासत थी जैन्तिया की जिसका कुछ हिस्सा आज के बांग्लादेश के सिल्हेट ज़िले में है।
बहुत कम लोग जानते हैं कि एक समय राजपीपला, वड़ोदरा के बाद पूर्वी गुजरात के सबसे प्रमुख रियासत की राजधानी थी जिसका इतिहास 700 साल से भी पुराना है। आइये जानते हैं राजपीपला रियासत और गुहिल राजाओं की कहानी
वर्तमान में सुबर्णपुर जिले में स्थित सोनपुर, एक समय में एक महत्वपूर्ण रियासत हुआ करता था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस राज्य का भगवान् श्री राम और रामायण के साथ एक दिलचस्प सम्बन्ध है? इस एपिसोड में जानिये सोनपुर रियासत की कहानी...
पटना राज्य या बलांगीर रियासत की नींव 14वीं शताब्दी में चौहान वंश के रमई देव द्वारा रखी गई थी, जो ब्रिटिश राज के दौरान भारत की पूर्वी राज्य एजेंसी का हिस्सा था। चौहान सबसे शक्तिशाली शासकों में से एक थे जिन्होंने पश्चिमी ओडिशा में अठारह गढ़ों पर शासन किया। जानिए क्या है बलांगीर रियासत की कहानी...
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